इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा के कुछ हिस्सों में शनिवार को भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया, जिससे दहशत फैल गई और लोग घरों से निकलकर सड़क की ओर भागे।
झटके इतने तेज थे कि धरती हिलने लगी और लोगों में हड़कंप मच गया। जान बचाने के लिए लोग घरों से बाहर निकलकर भागने लगे।
भूकंप के कारण किसी बड़ी क्षति की जानकारी अभी तक नहीं मिली है। मगर कई मकान और स्कूलों को नुकसान पहुंचा है। दो सप्ताह पहले इंडोनेशिया में आए शक्तिशाली भूकंप में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण’ने कहा है कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 थी। यह भूकंप वेस्ट जावा और सेंट्रल जावा प्रांतों के बीच बंजार से लगभग 18 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में 112 किलोमीटर की गहराई में केंद्रित था। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख सुहरयांतो ने कहा कि वेस्ट जावा के गरुत जिले के सेलावी गांव में एक व्यक्ति घायल हो गया और कम से कम चार मकान तथा एक स्कूल को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि अधिकारी नुकसान के बारे में और जानकारी जुटा रहे हैं। गरुत जिला प्रमुख रूडी गुनवन ने कहा कि बारिश के बीच भूकंप से लोगों में बेहद दहशत है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और एंबुलेंस को तैयार रहने का निर्देश दिया है।
इंडोनिशया के वेस्ट जावा में 21 नवंबर को आए 5.6 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 331 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 600 घायल हो गए थे। सुलावेसी में 2018 में आए भूकंप और सुनामी के बाद से इंडोनेशिया में यह सबसे भीषण भूकंप था, जिसमें लगभग 4,340 लोग मारे गए थे।
इससे पूर्व, इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकीय एजेंसी की प्रमुख द्विकोरिता कर्णावती ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है, लेकिन भूकंप के बाद के संभावित झटकों की चेतावनी दी गई है। राजधानी जकार्ता में ऊंची इमारतें 10 सेकंड से अधिक समय तक हिलती रहीं। दहशत के मारे लोग सड़कों की ओर भागे। सेंट्रल जावा के कुलोन प्रोगो, बंटुल, केबुमेन और सिलाकैप शहरों में भी झटका महसूस किया गया।