मुंबई: ऑनलाइन ठगी के लिए साइबर अपराधी हर दिन कुछ न कुछ नया हथकंडा अपना रहे हैं। इन दिनों जैसे ही केंद्र सरकार ने कोरोना का बूस्टर डोज मुफ्त देने की घोषणा की, साइबर क्रिमिनल्स की सक्रियता बढ़ गई है। कोरोना का बूस्टर डोज मुफ्त दिलाने के नाम पर अब लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। सेल से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें शिकायत मिल रही है कि किसी अज्ञात नम्बरों से बूस्टर डोज लगाने के बारे में कॉल कर उनके बैंक खाते से पैसे निकाल लिए गए हैं। गौरतलब है कि 15 जुलाई से कोरोना का डबल डोज ले चुके लोगों के लिए सरकार ने मुफ्त में बूस्टर डोज लगवाने की घोषणा की है।
इस तरह करते हैं ठगी
मुंबई पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इन साइबर अपराधियों के झांसे में न आएं। ठगी के लिए बदमाश अपने शिकार को कॉल कर कहता है कि मैं स्वास्थ्य विभाग से बोल रहा हूं। इसके बाद वह उनसे पूछता है कि आपको कोरोना के दोनों डोज (वैक्सीन) लग चुके हैं? जैसे ही आप ‘हां’ कहेंगे, वह अनजान कॉलर आपको कहेगा, ‘सर, आपको कोरोना का बूस्टर डोज लगाना है। इसके लिए आपका रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। मैं आपका रजिस्ट्रेशन कर रहा हूं। इसके लिए आपका ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) जैसे ही आएगा, हमें बता दीजिएगा। इसके बाद डेट एवं लोकेशन कन्फर्मेशन के लिए आपको एक एसएमएस भेजा जाएगा। उस एसएमएस को ओपन कर आप बूस्टर डोज की डेट एवं लोकेशन कंफर्म कर दीजिएगा।’ इतना कहकर वह व्यक्ति फोन काट देता है। उस अज्ञात व्यक्ति की बात पर भोलेभाले लोग भरोसा कर मोबाइल फोन पर आए ओटीपी को बिना सोचे-समझे उस अज्ञात व्यक्ति के नम्बर पर भेज देते हैं। इसके कुछ ही समय बाद पीड़ित को एक एसएमएस मिलता है, जिसमें बूस्टर डोज कंफर्म करने की डेट और लोकेशन नहीं, बल्कि बैंक से पैसा निकाल लिए जाने का मेसेज रहता है।