UK के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ( Boris Johnson) आज कंजरवेटिव पार्टी के मुखिया के पद से इस्तीफा देंगे. बीबीसी ने यह जानकारी दी है. नए नियुक्त किए गए मंत्रियों ने भी उनका साथ छोड़ दिया था और उनकी कैबिनेट से 50 से अधिक सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था. इनमें 8 मंत्री और दो सेक्रेट्री ऑफ स्टेट ने पिछले 2 घंटों में इस्तीफा दिया. इससे जॉनसन बेहद अलग-थलग पड़ गए और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जॉनसन को अब बागी नेताओं की मांग के आगे झुकना पड़ा और बाद में घोषणा की कि वो इस्तीफा देने वाले हैं. लेकिन गौरतलब है कि कंजरवेटिव पार्टी के अगले नेता के चुनाव तक वो प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे. इसका मतलब यह है कि बोरिस अगले अक्टूबर 2022 तक ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद पर बने रह सकते हैं. कंजरवेटिव पार्टी बहुमत से जीती थी इस कारण इस पार्टी के नेता को ही ब्रिटिश प्रधानमंत्री के पद पर रहने का अधिकार होता है.
बीबीसी की पॉलिटिकल एडिटर क्रिस मेसन ने कहा, बोरिस जॉनसन आज कंजरवेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा देंगे. कई दिनों तक अपने पद के लिए लड़ने के बाद, जॉनसन को उनकी पार्टी में कुछ लोगों के अलावा सभी ने अकेला छोड़ दिया था. साल 2019 में भारी बहुमत से सत्ता में आए 58 साल के जॉनसन के लिए इसे स्वीकारना मुश्किल था. उनके नेतृत्व में उनकी पार्टी को उन क्षेत्रों में भी भारी वोट मिला जहां पहले कभी कंजरवेटिव पार्टी को समर्थन नहीं मिला था.
यहां तक कि वित्त मंत्री नदीम जहावी, जिन्हें बुधवार को ही नियुक्त किया गया था., उन्होंने भी अपने प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने को कहा.
नदीम जहावी ने ट्विटर पर कहा, ठयह चल नहीं सकता और यह और बुरा ही होगा, आपके लिए, कंजरवेटिव पार्टी के लिए और सबसे महत्वपूर्ण बात, हमारे देश के लिए आपको सही कदम उठाना होगा, और अब जाना होगा.”
UK की शिक्षा मंत्री मिशेल डोनेलन जिन्हें दो जिन पहले ही इस पद पर नियुक्त किया गया था, उन्होंने सरकार के ढ़हने की हालत में आने पर गुरुवार को इस्तीफा दे दिया और कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उन्हें “बेहद मुश्किल स्थिति में डाल दिया था”.
इससे पहले ब्रिटेन के वरिष्ठ कैबिनेट सदस्यों ने बुधवार को डाउनिंग स्ट्रीट पर हंगामा किया. इस दौरान कुछ ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से दर्जनों मंत्रियों के कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री पद छोड़ने की मांग की.
रिपोर्टों के अनुसार, एक कैबिनेट प्रतिनिधिमंडल लंबे समय से इंतजार कर रहा था कि वो पीएम को बता सके कि उनका समय समाप्त हो चुका है. इस प्रतिनिधिमंडल में गृह मंत्री प्रीति पटेल और नादिम जाहवी के शामिल होने की बात कही गई है, जिन्हें वित्त मंत्री बने मुश्किल से 24 घंटे ही हुए हैं.
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