एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपने गृहनगर बारामती में कहा कि वह बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों को एक साथ लाने में भूमिका निभाएंगे। नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, चंद्रशेखर राव, ममता बनर्जी जैसे नेता विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार करने की कोशिश करेंगे। शनिवार को पवार पुणे जिले स्थित अपने गृहनगर बारामती पहुंचे, जहां पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। पवार के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। वहां पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि आने वाले 10-11 महीनों में कई जगहों पर चुनाव होने वाले हैं, इसलिए विरोधी दलों के नेताओं से मुलाकात करेंगे। उसके लिए उनसे न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाकर एकसाथ लाने की कोशिश करेगा।
पवार ने कहा कि अजित पवार को लेकर भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है। ऐसी चर्चा थी कि वह बीजेपी में शामिल होंगे, लेकिन क्या कुछ हुआ? उन्होंने कहा कि अजित पवार ऐसे व्यक्ति हैं, जो जमीन पर काम करना पसंद करते हैं और उनके बारे में अटकलों में कोई सच्चाई नहीं है।
विपक्ष एक साझा प्रोग्राम बनाएगा
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। इस्तीफा का फैसला वापस लेने के एक दिन बाद पवार ने कहा, ‘अगले 10-11 महीनों में कई जगहों पर चुनाव होंगे। नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, चंद्रशेखर राव, ममता बनर्जी जैसे नेता विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाकर विपक्ष को साथ लाने में हिस्सा लूंगा।’
बारामती पहुंचे पवार
एनसीपी के अध्यक्ष पद पर बने रहने का फैसला करने के एक दिन बाद, शरद पवार शनिवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले स्थित अपने गृह क्षेत्र बारामती पहुंचे। एनसीपी के पदाधिकारियों ने ‘देश का नेता कैसा हो, पवार साहब जैसा हो’ जैसे नारे लगाते हुए पवार का स्वागत किया। बारामती में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पवार को एनसीपी प्रमुख बने रहने के फैसले के लिए धन्यवाद दिया।
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि बारामती से ताल्लुक रखने वाले एनसीपी प्रमुख पवार रविवार को विभिन्न कार्यक्रमों के लिए सोलापुर जाने से पहले पार्टी सदस्यों से मिलेंगे। पवार ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव के बाद शुक्रवार को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का अपना फैसला वापस ले लिया।
अपनी कुशल राजनीतिक पैंतरेबाजी के लिए जाने जाने वाले 82 वर्षीय मराठा दिग्गज ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र और देश भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे पार्टी अध्यक्ष के रूप में बने रहने का अनुरोध किया था। अपनी कुशल राजनीतिक पैंतरेबाजी के लिए जाने जाने वाले 82 वर्षीय मराठा दिग्गज ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र और देश भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे पार्टी अध्यक्ष के रूप में बने रहने का अनुरोध किया था।