उत्तर कोरिया (North Korea) ने रविवार को पूर्वी सागर में एक अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic missile) दागी. दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि, अमेरिका के परमाणु शक्ति वाले विमानवाहक पोत (Nuclear-Powered US aircraft carrier) के आने के अगले ही दिन और अमेरिका के साथ दक्षिण कोरिया (South Korea) के संयुक्त अभ्यास से पहले यह घटना हुई है. सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने रविवार को तड़के बिना अधिक विवरण दिए कहा कि, “उत्तर कोरिया ने एक अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल दागी.”
यह लॉन्च इस साल उत्तर कोरिया के हथियारों के परीक्षण के रिकॉर्ड-ब्रेकिंग सिलसिले का हिस्सा है. यह उन रिपोर्टों के बाद हुआ है जो संकेत देते हैं कि वह प्योंगयांग पनडुब्बी से लॉन्च की गई बैलिस्टिक मिसाइल को दागने की तैयारी कर सकता है.
जापान के तट रक्षक ने टोक्यो के रक्षा मंत्रालय की जानकारी का हवाला देते हुए संभावित बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की पुष्टि की और जहाजों को सतर्क रहने की चेतावनी दी. तटरक्षक बल ने कहा, “जहाज कृपया नई जानकारी के आधार पर सतर्क रहें और यदि आप कोई विदेशी चीज देखते हैं तो कृपया उसके करीब न जाएं बल्कि तट रक्षक को सूचित करें.” जापान के पब्लिक ब्राडकास्टर एनएचके ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वस्तु जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र के बाहर गिर गई है.
शुक्रवार को परमाणु-संचालित यूएसएस रोनाल्ड रीगन (USS Ronald Reagan) और उसके स्ट्राइक ग्रुप के जहाजों ने दक्षिणी बंदरगाह शहर बुसान में बेड़ा डाला. यह सियोल और वाशिंगटन द्वारा इस क्षेत्र में अधिक अमेरिकी रणनीतिक सामग्री का ऑपरेट करने की कोशिश का एक हिस्सा है.
दक्षिण कोरिया के आक्रामक राष्ट्रपति यूं सुक-योल, जिन्होंने मई में पदभार ग्रहण किया था, ने उत्तर कोरिया के साथ असफल कूटनीति के बाद, अमेरिका के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करने का संकल्प लिया है.
यूएसएस रीगन इसी महीने दक्षिण कोरिया के पूर्वी तट पर संयुक्त अभ्यास में हिस्सा लेगा. वाशिंगटन सियोल का प्रमुख रक्षा सहयोगी है. उसने उत्तर कोरिया से रक्षा के लिए दक्षिण कोरिया में लगभग 28,500 सैनिकों को तैनात किया है. दोनों देश लंबे समय से संयुक्त अभ्यास करते रहे हैं. इस बारे में वे जोर देकर कहते हैं कि यह विशुद्ध रूप से रक्षात्मक है. हालांकि उत्तर कोरिया इसे आक्रमण के पूर्वाभ्यास के रूप में देखता है.
दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारी महीनों से चेतावनी दे रहे हैं कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन एक और परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहे हैं. मई में उत्तर कोरिया ने एक प्रमुख नौसैनिक शिपयार्ड सिनपो से कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था.
खुद को दुनिया से अलग-थलग रखने वाले उत्तर कोरिया ने 2006 से छह बार परमाणु हथियारों का परीक्षण किया है. साल 2017 में उसने आखिरी और सबसे शक्तिशाली परीक्षण किया था. इसको लेकर प्योंगयांग ने दावा किया था कि वह एक हाइड्रोजन बम था, जो कि करीब 250 किलोटन का था.